योग समग्र स्वास्थ्य पर आधारित एक प्रामाणिक एवं प्राचीनतम प्रणाली है।
शताब्दियों से योगियों, ऋशियों एवं मनीषियों द्वारा जीवन के परम लक्ष्य
(मोक्ष) की प्राप्ति हेतु योग विद्या का उपयोग किया जाता रहा है। योग विद्या
से हमारे भीतर की गुप्त शक्तियाॅं उद्घाटित होती हैं। योग के अभ्यास से मनुष्य
की संकल्प शक्ति बढ़ती है। इसके अभ्यास से व्यक्ति सभी क्षेत्रों में सफलता
अर्जित करता है। इस प्रणाली के सम्यक साधना से साधक अपने आत्मस्वरूप को
पहचानने में सक्षम हो जाता है।
योगासन के अभ्यास से शरीर की सभी प्रणालियों में सामंजस्य स्थापित होता है।
जिसके कारण शारीरिक रोगों का शमन हो जाता है। इसके अभ्यास के द्वारा मनुष्य
अपने खोये हुए स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त कर सकता है। प्राणायाम एवं ध्यान की
क्रियाएं मानसिक शान्ति को जन्म देती हैं। योग विद्या में सन्निहित बहुत सी
प्रविधियाॅं मन एवं षरीर के सूक्ष्म संबंधों को प्रगाण बनाने वाली अद्भुत मनः
शारीरिक प्रणाली है। योग के उच्चतर अभ्यास मानवीय चेतना के उच्चतम अवस्था को
उपस्थित करता है।
श्वेताश्वतर उपनिषद् में कहा गया है -
न तस्य रोगो न जरा न मृत्युः प्राप्तस्य योगाग्निमयं शरीरम्। (2/12)
अर्थात योगाग्निमय शरीर को प्राप्त कर लेने वाला योगी के शरीर में न तो रोग
उत्पन होते है, न बुढ़ापा आता है और न ही उसकी मृत्यु होती है।
विश्वविद्यालय में सन 2016 से योग विज्ञान विभाग की स्थापना हुई। योग विज्ञान
विभाग की स्थापना का ध्येय योग शिक्षा के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करना,
उनके षारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा करना तथा योग शिक्षा के माध्यम से
विद्यार्थियों को रोजगार उपलब्ध कराना है। इस पुरातन एवं श्रेष्ठ संस्कृति की
संरक्षा करते हुए विद्यार्थियों में अनुशासन पैदा करना भी इसका मुख्य उद्देष्य
है।
योग विज्ञान विभाग द्वारा एक वर्षीय स्नातकोत्तर पत्रोपाधि एवं त्रिवर्षीय
स्नातक पाठ्यक्रम (बी.ए.) संचालित किये जा रहें है। अब तक अधिकांश
विद्यार्थियों ने इस केंद्र से अध्ययन कर सफलता अर्जित की है। पाठ्यक्रम में
प्रवेश हेतु आयु सीमा का बंधन नही किया गया है। इसमें प्रवेशित विद्यार्थियों
को उत्तीर्ण करने हेतु अधिकतम तीन वर्ष की समयावधि निर्धारित की गई है।
सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में स्थित अध्ययन केंद्रों से योग विज्ञान के पाठ्यक्रम
संचालित किये जा रहे हैं।
संचालित कार्यक्रम:-
क्र. कार्यक्रम का नाम कार्यक्रम की समयावधि योग्यता कार्यक्रम शुल्क
पाठ्यसामग्री हिन्दी/अंगेजी
01. पी.जी. डिप्लोमा इन योग साईंस 01 वर्ष स्नातक उत्तीर्ण 8200/- हिन्दी
02. स्नातक (योग विज्ञान) 03 वर्ष हायर सेकण्डरी उत्तीर्ण 4300/- हिन्दी
विविध गतिविधियाॅ -
01. अन्तर्राष्ट्रीय योगदिवस
02. ब्रम्हर्शि योग आरोग्य केंद्र का संचालन
03. मधुमेह के उपचार हेतु योग शिविर
04. राजयोग व्याख्यान माला शिविर
05. योग शिविर निरतू
06. राष्ट्रीय सेवा योजना- योग शिविर
1. अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस- वर्ष 2016 से योगविज्ञान विभाग द्वारा प्रति
वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस समरोह का आयोजन विश्वविद्यालय में किया जा रहा
है। समारोह में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा जारी प्रोटोकाल के आधार पर
योग का अभ्यास योग प्रशिक्षणों द्वारा कराया जाता है। कार्यक्रम में
विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्य, पूर्व एवं अध्ययनरत विद्यार्थियों द्वारा
योग संबंधी विविध प्रस्तुत दी जाती है तथा इस अवसर पर विषेशज्ञों द्वारा
उद्बोधन भी दिया जाता है। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय
परिसर की सफाई तथा परिसर में वृक्षारोपण का कार्य भी किया जाता ळें
2. बह्मर्शि वशिष्ट योग आरोग्य केंद्र का संचालन- विश्वविद्यालय में योग
विज्ञान विभाग द्वारा 08 मई सन् 2018 से ब्रह्मर्शि वषिष्ठ योग आर्रोग्य
केंद्र का संचालन किया जा रहा है। योग चिकित्सा पद्धति के माध्यम से शारीरिक
रोगों के बेहतर निदान के ध्येेय से इस केन्द्र का संचालन लगातार किया जा रहा
है। ऐसे लोग जो योग के वैज्ञानिक पक्षों को सीखना चाहते है उनको प्रशिक्षित
करना भी केंद्र का उद्देश्य है प्रत्येक कार्यदिवस में प्रातः 07ः00 बजे से
10.00 बजे तक की समयावधि में आरोग्य केंद्र संचालित होता है। केन्द्र की सेवा
का लाभजन-सामान्य के साथ-साथ विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्य निःश्ुल्क रूप
से ले सकते है।
उक्त समया वधि में कर्मचारी विद्यार्थी तथा जनसामान्य के द्वारा केंद्र में
उपस्थित होकर अपनी शारीरिक समस्या का निदान प्राप्त किया जाता है। अध्ययनरत
विद्यार्थी तथा जिज्ञासु योग साधकों द्वारा भी उचित मार्ग दर्षन प्राप्त किया
जाता है।
3. मधुमेह के उपचार हेतु योग शिविर- योगविज्ञान विभाग द्वारा सन् 2019 में 05
जून से 15 जूनतक 10 दिवसीय निःशुल्क ‘‘योगपद्धति द्वारा मधुमेह चिकित्सा
शिविर’’ का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देष्य था मधुमेह रोग के निवारण
हेतु उपचार बताना तथा मधुमेह रोग से ग्रसित लोगों को शारीरिक एवं मानसिक
स्वास्थ्य प्रदान करने हेतु दिशानिर्देश एवं मार्गदर्शन प्रदान करना। शिविर
उद्घाटन कार्यक्रम में डाॅ. प्रमोद साहू सहायक प्राध्यापक एवं आयुर्वेद
चिकित्सा अधिकारी शासकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय बिलासपुर को अतिथि वक्ता के
रूप में आमंत्रित किया गया तथा इनका सतत मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। शिविर से
मधुमेह रोग से ग्रसित लोगों के अलावा विश्वविद्यालय के मधुमेह रोग से ग्रसित
रोगियों सहित कुल 58 लोग लाभान्वित हुए।
4. राजयोग व्याख्यान माला षिविर- योगविज्ञान द्वारा सन् 2018 में तीन दिवसीय
(30, 31 अगस्त एवं 01 सितंबर) योगषिविर का आयोजन किया गया। श्रीमद्स्वामी
निखिलेष्वरानंद, सचिव, रामकृश्ण मिषन, राजकोट (गुजरात) के मुख्य अतिथ्य एवं
प्रो. बंषगोपाल सिंह कुलपति, पं. सुन्दरलाल षर्मा (मुुक्त) विष्वविद्यालय
छत्तीसगढ़, बिलासपुर की अध्यक्षता में षिविर सम्पन्न हुआ। विषिश्ट अतिथि डाॅ.
सुरूचि पाण्डेय जी उपाध्यक्ष, इलाफाउण्डेषन, पुणे (महाराश्ट्र) द्वारा तीनों
दिवस अलग-अलग काल खण्डों में अपने ज्ञान, अनुभव एवं मार्ग दर्षन प्रदान किया
गया। षिविर में उपस्थित होकर विष्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्य एवं अध्ययनरत
विद्यार्थी लाभान्वित हुए।
5. योग शिविर निरतू- योगविज्ञान विभाग द्वारा विश्वविद्यालय के गोद ग्राम
निरतू में 01 मई से 05 मई सन् 2018 तक निःशुल्क योगशिविर का आयोजन किया गया ।
शिविर में विश्वविद्यालय के कुलसचिव, अधिकारी, शिक्षक कर्मचारी एवं ग्राम में
निवारसरत सभी आयु वर्ग के ग्रामवासी सम्मिलित हुए। शिविर के दौरान ग्रामिणों
की शारीरिक समस्याओं के निदान संबंधी आवश्यक योगाभ्यास कराये गये तथा उपयुक्त
सुझाव दिये गये।
योग शिविर के आयोजन के साथ-साथ स्वच्छता अभियान एवं जागरूकता रैली के
कार्यक्रम को जोड़कर इसे विस्तार दिया गया। ग्रामवासियों द्वारा योग षिविर की
प्रसंषा की गई।
6. राष्ट्रीय सेवा योजना- योगशिविर- दिनांक 29 दिसंबर से 02 जनवरी सन् 2019 तक
ग्राम रमतला में राश्ट्रीय सेवा योजना की शिविर आयोजित हुइ्र्रं। इस शिविर में
सम्मिलित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को योग विज्ञान विभाग द्वारा 05 दिवसीय
योगाभ्यास का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में शिक्षकों, छात्राओं
के अतिरिक्त ग्राम रमतला में निवासरत नागरिकों ने भी प्रषिक्षण का लाभ लिया।
सम्पर्क कक्षा केंद्रों के नाम -
01. पं. सुन्दरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय महामाया भवन बिलासपुर छ.ग.
02. क्षेत्रीय कार्यालय -दुर्ग, (पं. सुन्दरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय
महामाया भवन बिलासपुर (छ.ग.)
03. उप क्षेत्रीय कार्यालय -रायपुर (पं. सुन्दरलाल शर्मा (मुक्त)
विश्वविद्यालय महामाया भवन बिलासपुर (छ.ग.)
04. क्षेत्रीय कार्यालय -जगदलपुर, (पं. सुन्दरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय
महामाया भवन बिलासपुर (छ.ग.)
05. क्षेत्रीय कार्यालय -जषपुर, (पं. सुन्दरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय
महामाया भवन बिलासपुर (छ.ग.)
06. उप क्षेत्रीय कार्यालय -कांकेर, (पं. सुन्दरलाल शर्मा (मुक्त)
विश्वविद्यालय महामाया भवन बिलासपुर (छ.ग.)
07. क्षेत्रीय कार्यालय -अंबिकापुर, (पं. सुन्दरलाल शर्मा (मुक्त)
विश्वविद्यालय महामाया भवन बिलासपुर (छ.ग.)
Sr. No.
Name of Teaching and Non teaching Staff
Designation
Mobile Number
E-mail id
01.
डॉ. एस रुप्रेन्द्र राव एम् ए, एम् फिल, पीएचडी, पीजीडीपीसी